रीवा  समाज सेवी ज्ञानेन्द्र गौतम ने पत्रकार वर्ता के माध्यम से बड़े फर्जीवाड़े का खुलाशा करते हुये कहा कि अपर कलेक्टर रीवा का अपील प्रकरण क्रमांक 194/2019-20 एवं अपील प्रकरण क्रमांक 195/2019-20 आदेश दिनांक 6 जून 2020 का हवाला देकर जिला शिक्षा अधिकारी रीवा के समक्ष दिनांक 29 जुलाई 2020 को इस आशय की शिकायत दर्ज कराई कि फर्जीवाड़े का मुखिया सेवा निवृत्त शिक्षक बुद्धसेन पटेल निवासी दुबगवॉ कुर्मियान जो शा0उ0मा0वि0 मऊगंज से शिक्षक पद से सेवा निवृत्त होकर अपनी स्वयं की पेन्शन तो ले रहे हैं और साथ में दूसरी पेन्शन अवैध पत्नी शिक्षिका स्व0 रमा देवी पटेल के फर्जी पति बनकर उसकी भी पेंशन ले रहें हैं जबकि शिक्षिका स्व0 रमादेवी पटेल की मृत्यु दिनांक 9 अगस्त 1992 को शा0पू0मा0वि0 दुबगवॉ कुर्मियान मऊगंज में सहायक शिक्षिका रहते हुये हो गई थी स्व0 रमा देवी पटेल ने अपने विवाह सम्बन्धों का प्रमाण शासकीय दस्तावेजों में बुद्धसेन पटेल के सम्बन्ध में नही दिया था पेंशनर शिक्षक बुद्धसेन पटेल की पहली पत्नी की मृत्यु अर्शा पूर्व हो चुकी है जिसके एक पुत्री कलावती पटेल है जिसका उल्लेख सेवा पुस्तिका में नही किया फिर दूसरी पत्नी लाखेश्वरी पटेल से शादी किया और अपनी सेवा पुस्तिका में बतौर नॉमिनी लाखेश्वरी पटेल एवं उससे जन्मी संतानों का नाम दर्ज कराया मतलब पहली मृतक पत्नी का नाम छिपाया उससे पैदा पुत्री कलावती पटेल का नाम छिपाया और फिर दूसरी पत्नी लाखेश्वरी पटेल से शादी किया व उससे उत्पन्न संतानों का सर्विस रिकार्ड में उल्लेख किया फिर तीसरी पत्नी शिक्षिका स्व0 रमा देवी पटेल को बनाया जो कानूनन वैध पत्नी नही है यहां सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा तो तब सामने आया जब यह ज्ञात हुआ कि शिक्षिका स्व0 रमादेवी पटेल के सर्विस रिकार्ड में नॉमिनी की जगह स्वयं पेंशनर शिक्षक फर्जीवाडे़ का मास्टर माइण्ड बुद्धसेन पटेल का नाम दर्ज है इससे साफ हो गया कि वह अपनी तो पेंशन ले ही रहें हैं साथ मे स्व0 रमा देवी पटेल की भी पेंशन ले रहे हैं मतलब एकसाथ दो-दो अपराध कर रहे हैं जो बहुत बड़ी शासकीय निधि की खयानत भी है मास्टरमाइण्ड का एक और मामला सामने आया है कि स्व0 शिक्षिका रमादेवी पटेल की मृत्यु उपरान्त उसके वैधानिक वारिसों को अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ न दिलाकर अपनी पुत्र वधू पार्वती पटेल को शिक्षिका के पद पर उक्त विद्यालय में ही नियुक्ति करा दिया इस तरह से मास्टर माइण्ड बुद्धसेन पटेल के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण के साथ-साथ शासकीय दस्तावेजों मे हेराफेरी करने एवं शासकीय राशि के खयानत का भी मामला प्रमाणित होता है उक्त मामले की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष सम्पूर्ण दस्तावेजों के साथी की गई थी जिसकी सूचना कलेक्टर रीवा एवं आर्थिक अपराध शाखा को भी दी गई थी लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी उक्त मास्टर माइण्ड पेंशनर शिक्षक बुद्धसेन पटेल को बचाने का प्रयास कर रहे थे जिस पर 30 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की मांग कलेक्टर रीवा से की गई थी जिस पर आनन फानन में पिछली तारीख पर जॉच कमेटी बनाई गई और एक हफ्ते बाद मुझे अवगत कराया गया पत्र में यह उल्लेख किया गया था कि जॉच कमेटी 07 दिवस में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे लेकिन दोषियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही न होने पर 29 सितम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य के खिलाफ मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की गई थी तथा दिनांक 13 दिसंबर 2020 को कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री एवं दिनांक 8 नवंबर 2021 को संभागीय पेंशन अधिकार से शिकायत की गई थी लेकिन जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा अधिकारी मास्टर माइण्ड शिक्षक के प्रभाव मे आकर उसका खुलेआम बचाव कर रहे हैं उक्त शिकायतो के बाद भी कई आवेदन दिये गये है लेकिन अभी तक दोषी व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई ज्ञानेंद्र गौतम ने कहा कि कलेक्टर स्पष्ट करें किसके दबाव के चलते दोहरी पेंशन लेने वाले मास्टरमाइंड पूर्व शिक्षक के खिलाफ नहीं हो रही कार्यवाही ।