सीएम हाउस में कोल जनजाति सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, कोल समाज विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, विधायक शरद कोल, आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल के अलावा कोल समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यक्रम में कोल समाज विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल ने कहा- समाज के लोग कृषि मजदूर हैं। हमारे समाज के नौजवान पढ़े लिखे लोग हैं। योजनाओं के तहत लोन नहीं मिलता। सालों से काबिज लोगों को पट्टा, ऋण पुस्तिका मिल जाएं।
इस सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोल समाज के ऐसे भाई-बंधु जिनके पास रहने के लिए आवास की व्यवस्था नहीं हैं। उनकी अलग सूची बनाएंगे। उनके लिए सर्वे कराकर उन्हें जमीन का पट्टा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के पोर्टल में जोड़ा जाएगा। यदि पीएम आवास के पोर्टल में नहीं जुड़ सके तो कोल समाज के लोगों के लिए अलग से नई आवास योजना बना दूंगा। भाजपा और शिवराज सिंह की सरकार सबसे पहले गरीबों के लिए है। कोल समाज के निर्धन भाइयों के घर की जरूरत पूरी करने के लिए एक सर्वे के बाद हम भूअधिकार अधिनियम के तहत सबको आवासीय जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
सीएम ने कहा- कोल समाज को भगवान श्रीराम के वन गमन के दौरान पर्णकुटी बनाने का गौरव प्राप्त है। मां शबरी के प्रेमवश झूठे किए बेर भगवान श्रीराम ने खाए। इस समाज ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया। भगवान बिरसा मुंडा के डर से अंग्रेज कांपते थे। उनके नेतृत्व में और भी अनकों कोल योद्धाओं ने संघर्ष किया, वह हम सभी के यशस्वी पूर्वज हैं। उनकी जयंती को हमारे यशस्वी प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया। त्योंथर की कोल गढ़ी के जीर्णोद्धार के लिए 3.12 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिये हैं। भगवान बिरसामुंडा की पुण्यतिथि 9 जून को कोल गढ़ी के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। सीएम ने कहा केवल कोल गढ़ी ही नहीं बनेगी, हम कोल समाज का सम्मान वापस लौटाने का काम करेंगे।
सीएम ने कहा- कोल समाज के बच्चों की पढ़ाई के लिए और सरकारी नौकरियों में और इंजीनियरिंग, मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग शुरु की जाएंगी। इसके लिए सरकारी तंत्र के साथ समाज के प्रतिनिधि भी सहयोग के लिए आएं। समाज के बच्चों के मेडिकल, इंजीनियरिंग की फीस भी सरकार भरेगी। उनके रहने को अगर हॉस्टल में जगह नहीं मिलेगी तो किराये के घर के लिए भी किराया सरकार भरेगी।
सीएम ने कहा- समाज के बच्चे बच्चे उद्योग व्यवसायों में आएंगे तो सरकार उनको सहायता करेगी। हम चाहते हैं कि कोल समाजे युवक नौकरी तलाशने वाले नहीं देने वाले बनें। सीखो कमाओं योजना का लाभ लें, यहां व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ही इस दौरान 8 हजार रुपए का स्टयपैंड भी दिया जाएगा। गंभीर रूप से बीमारों के इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। समाज के प्रतिनिधि इस कार्य में सहयोग करें। कोल समाज की बहनों के खातों में भी 10 जून से लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए पहुंचाए जाएंगे।