जानकीकुण्ड चिकित्सालय में जटिल अस्थिरोग निदान शिविर का हुआ शुभारम्भ
चित्रकूट,परमहंस संत रणछोड़दास जी महाराज द्वारा स्थापित संस्थान श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित जानकीकुंड चिकित्सालय में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में 34वें जटिल अस्थिरोग निदान शिविर का शुभारम्भ आज जानकीकुण्ड चिकित्सालय के वार्ड नंबर 19 में हुआ | विगत तीन दशकों से भी अधिक समय तक इस शिविर को संचालित करने वाले परम पूज्य गुरुदेव के अनन्य भक्त एवं वरिष्ठ सर्जन स्व.डॉ.एच.के. वखारिया जामनगर की स्मृति में इस शिविर को समर्पित किया गया | उद्घाटन समारोह में सदगुरू सेवा संघ के ट्रस्टी एवम् निदेशक डॉ.बी.के.जैन , उषा जैन, ने शिविर में आए सभी अतिथियों का स्वागत किया जिनमें सूरत से पधारे अस्थि रोग विषेज्ञ डॉ. मनोज पटेल, एवम आगरा से पधारे अस्थि रोग विशेषज्ञ डा अनिल शर्मा एवम् सूरत से पधारे दिलीप भाई, चिराग भाई उपस्थित रहे, साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पूनम आडवानी, प्रशासक डॉ.राजपूत ने महावीर विकलांग समिति कोटा से आये देवकीनन्दन जी एवं टीम का चिकित्सालय की और से स्वागत किया | कार्यक्रम का शुभारम्भ गुरु पूजन के साथ दीप प्रज्ज्वलन एवं डॉ.वखारिया के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ.बी.के.जैन ने डा बखरिया के पुराने संस्मरणों को सभी के साथ साझा करते हुए बताया कि, शारीरिक रूप से निःशक्तजनों और पोलियोग्रस्त मरीजों को तन से मन से और धन से सेवा करने वाला ऐसा अद्वितीय चिकित्सक मैंने नहीं देखा | पिछले तीन दशकों में अनेकों पोलियोग्रस्त रोगियों को उन्होंने अपने पैरों पर चला कर उन्हें नवजीवन दिया, आज इस ग्रामीण अंचल के हजारो लोग उनके ऋणी हैं | आज के पावन अवसर पर उनकी शारीरिक उपस्थिति तो नहीं है, लेकिन उनकी सूक्ष्म उपस्थिति हम सभी को निरंतर महसूस होती है|