सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा के नवाचार ने न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश भर में सतना का नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज कराया है। एक दिनी सीमांकन महाभियान को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है। गत 20 मई को सतना जिले में चलाए गए एक दिनी सीमांकन महाभियान को एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल कर लिया है। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने सतना पहुंच कर सतना के दावे का सत्यापन किया और 14 जून को आधिकारिक तौर पर सतना का नाम रिकार्ड बुक में शामिल किए जाने की घोषणा की। अब 21 जून को एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स की टीम सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा को इसका प्रमाण पत्र प्रदान करेगी।
गौरतलब है कि सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने अविवादित सीमांकन प्रकरणों का निपटारा करने के लिए 20 मई को महाभियान चलाने का निर्णय लिया था। इसके लिए पटवारी से लेकर आरआई,नायब तहसीलदार,तहसीलदार,एसडीएम और खुद कलेक्टर भी सुबह से रात तक फील्ड में रहे। राजस्व अमले की टीम ने एक दिन में जिले भर में 1552 सीमांकन किए। इन्हें आरसीएमएस में दर्ज भी किया गया और संबंधितों को सीमांकन प्रमाण पत्र भी दिए गए। एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में सीमांकन करने वाला पूरे देश- प्रदेश में सतना पहला जिला था लिहाजा इस उपलब्धि को एशिया बुक और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किए जाने का दावा किया गया था। इसी दावे के तहत एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने सतना पहुंच कर सत्यापन किया।