रीवा एक ओर मध्यप्रदेश कि सरकार के द्वारा कई तरह की योजनाएं हितग्राहियों एवं जनता के लिए संचालित कर रही है, लेकिन कुछ जिम्मेदार सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए तुले हुए हैं, एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है, रीवा जिले के रीवा जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत मध्येपुर का मामला सामने आया है, जहां ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के द्वारा बताया गया, कि ग्राम पंचायत के सचिव लगभग 1 माह से पंचायत से नदारद रहते हैं, यहां तक की 8 तारीख को होने वाली ग्राम सभा में भी सम्मिलित होने को सचिव जरूरी नहीं समझे, वही ग्राम पंचायत के सचिव को ग्रामीण अगर फोन करते हैं, तो सचिव फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते, वहीं शासन की अति महत्वपूर्ण योजनाओं का पलीता पूरी तरह से ग्राम पंचायत मध्येपुर के सचिव उमेश कुमार वर्मा जनपद पंचायत के जिम्मेदारों की सांठगांठ के चलते सरकार की मंशा पर पानी फेरने पर तुले हुए हैं,
वहीं वार्ड-09 के पंच युवा समाजसेवी धीरू सिंह ने बताया कि मध्येपुर पंचायत के सचिव उमेश कुमार वर्मा सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरी तरह से ध्वस्त करने में जुटे हुए हैं, जबकि जिला प्रशासन सहित शासन प्रशासन की छवि भी पूरी तरह से धूमिल कर रहे हैं, वही वार्ड-09 के पंच युवा समाजसेवी धीरू सिंह सहित अन्य ग्रामीणों के द्वारा मांग की गई है, कि ग्राम पंचायत के सचिव पर तत्काल कार्यवाही की जाए, साथ ही युवा समाजसेवी श्री सिंह सहित  ग्रामीणों ने आरोप लगाया है, कि पंचायत सचिव के द्वारा पंचायत से नदारद रहने पर पंचायत के सभी कार्य प्रभावित हैं।
अब देखना यह होगा कि ग्राम पंचायत सचिव पर जिला प्रशासन शिकंजा कसता है, या फिर यूं ही पंचायत सचिव लापरवाही करते रहेंगे, जिले के जनपद के अंतिम छोर में ग्राम पंचायत मध्येपुर होने के कारण एवं पिछड़े क्षेत्र के चलते ग्रामीण क्षेत्र की भोली-भाली जनता को पूरी तरह से गुमराह एवं परेशान कर रहे हैं, वही युवा समाजसेवी धीरू सिंह ने कहा कि पंचायत सचिव पंचायत भवन से नदारद हैं, जिससे यहां के ग्रामीणों को जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के अलावा अन्य जन हितैषी कार्यों के लिए भटकना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर यहां सचिव की अनुपस्थिति व सरपंच की उदासीनता के चलते हितग्राहियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और पंचायत भवन के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, पंचायत सचिव जहां पंचायत में ना मिलने के कारण पूरी तरह से ग्रामीण जन पंचायत से जुड़े कार्यों को लेकर इधर-उधर घूमते नजर आते है, वहीं लगातार सचिव के मनमानी रवैया से आक्रोशित होकर ग्रामीणों द्वारा जनपद सीईओ व कलेक्टर से पंचायत सचिव के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है।