पन्ना जिले की ग्राम पंचायत द्वारी में करीब 20 साल से एक जगह नाडिब टैंक में कचरा जमा था। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता। कचरे की बदबू से लोग परेशान थे। गांव की नालियां चौक हो चुकी थी। इसके बाद ग्रामपंचायत के सरपंच ने महज एक दिन में ही 20 से जमा कचरा और नालियों को साफ करवा कर ग्रामीणों को बदबू से मुक्ति दिलवा दी। करीब 200 ट्राली कचरे का मलबा फिंकवाया। जिसके बाद ग्रामीणों की राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार, पन्ना जिले की गुनोर जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्रामपंचायत द्वारी में पंचायत भवन के समीप कचरे को संग्रहण करने के लिए करीब 20 वर्ष पहले दो नाडिब टैंक बनवाए थे। इनमें लगातार लोग गांव से निकलने वाला कचरा जमा कर रहे थे। 20 वर्ष में तीन सरपंच बदले, लेकिन किसी ने नाडिब टैंक से कचरा हटाने के विषय में कोई कदम नहीं उठाया। इतना ही नहीं चोक हुई नालियों की साफ-सफाई भी वर्षों ने नहीं हुई। इसकी वजह से ग्रामीणों को कचरे और नालियों से आने वाली बदबू से परेशान होना पड़ता था। इतना ही नहीं जमा कचरे की वजह गांव में संक्रमण फैलने का खतरा था, इसके बाद ग्रामीणों ने सरपंच नाथूराम लुहरहा से इस विषय की चर्चा की। कचरा हटाने की मांग की। जिस जगह पर यह दोनों नाडिब टैंक बने थे। वहां ग्राम पंचायत भवन, शासकीय स्कूल और उसके पास ही एक कुछ दूरी पर एक मंदिर है। जहां गांव के लोगों का आना-जाना लगा रहता था। ग्रामीणों की शिकायत पर सरपंच में कचरा हटाने का प्रयास किया। महज एक दिन में ही उन्होंने ग्रामीणों की मदद से 200 ट्राली कचरा हटवा दिया। नाडिब टैंक तुड़वा दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत को सांस ली। सरपंच नाथूराम लुहरहा ने बताया कि करीब 20 वर्ष से यहां कचरा जमा था। इससे ग्रामीण को बदबू से काफी परेशान थे। गांव में मच्छरों का प्रकोप था। जहां कचरा जमा था। वहां स्कूल और पंचायत भवन भी स्थित है। जिससे स्कूली बच्चों को भी संक्रमण का डर था। इसलिए ग्रामीणों की मदद से इस जमा कचरा हटवा दिया। पानी निकासी के लिए यहां से एक बड़ी नाली आगामी समय में बनवाने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा।