सतना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल जिले के पकरिया गाँव में जनजातीय वर्ग के हितग्राहियों, स्व-सहायता समूह की लखपति दीदियों, फुटबॉल क्लब के खिलाड़ियों, पेसा एक्ट से लाभांवित हितग्राहियों से आत्मीयता भरे माहौल में मिले और संवाद किया। प्रधानमंत्री  मोदी ने जनजातीय समुदाय से बातचीत कर उनकी जीवन-शैली, कला, संस्कृति, खान-पान और रीति-रिवाज पर चर्चा की। प्रधानमंत्री  मोदी ने देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ बैठकर कोदो-भात कुटकी खीर को ग्रहण किया। प्रधानमंत्री  मोदी संवाद कार्यक्रम में पहले तो खटिया पर बैठे फिर उठकर जनजातीय समुदाय के हितग्राहियों, लखपति दीदियों तथा फुटबॉल खिलाड़ियों के मध्य पहुँचे। उन्होंने फुटबॉल क्लब के खिलाड़ी सदस्यों से पूछा कि वह गाँव कौन सा है, जिसे मिनी ब्राजील के रूप में जाना जाता है? प्रधानमंत्री के इस प्रश्न का उत्तर वहाँ मौजूद यशोदा सिंह ने दिया तथा बताया कि वह गाँव मेरा गाँव विचारपुर है। जहाँ हर घर के बच्चे फुटबॉल खेलते हैं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि भारत में किसी गाँव में फुटबॉल को लेकर ऐसी दीवानगी है। उन्होंने यह भी कहा कि इसका जिक्र मैं कभी मन की बात कार्यक्रम में अवश्य करूँगा। प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा कि अचानक शहडोल में फुटबॉल कैसे पॉपुलर हो गया तो खिलाड़ियों ने बताया कि पिछले 2 साल से शहडोल संभाग में फुटबॉल क्रांति अभियान शहडोल के संभागायुक्त ने प्रारंभ किया है, जिसके फलस्वरूप ऐसा माहौल बना हुआ है।प्रधानमंत्री मोदी ने पेसा एक्ट लागू होने के बाद उससे लाभान्वित हुए हितग्राहियों से भी संवाद किया।  मोदी ने जनजाति समुदाय से पेसा एक्ट के क्रियान्वयन से मिले लाभ की जानकारी भी प्राप्त की। प्रधानमंत्री ने हितग्राहियों से चर्चा के दौरान शांति एवं विवाद निवारण समिति, जल-संरक्षण समिति एवं प्राकृतिक खेती के संबंध में चर्चा की।