मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा ग्रामीणों के उपचार के लिए ग्राम पंचायतों में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करवाया गया और डॉक्टरों की नियुक्ति भी की गई लेकिन प्राथमिक सुविधाओं से उप स्वास्थ्य केंद्र आज भी वंचित है ताजा मामला रीवा जिले के हनुमना जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खटखरी का है जहां खटखरी में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों प्राथमिक सुविधाओं के मार झेल रहा है लेकिन इस ओर ना तो शासन का ध्यान जा रहा है और ना ही प्रशासन का जिस कारण से मरीज दर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं और फर्जी डॉक्टरों से इलाज करवाने पर विवश है, इस भीषण गर्मी में उप स्वास्थ्य केंद्र खटखरी में ना बिजली ना पंखा और ना ही शौचालय है उप स्वास्थ्य केंद्र की खिड़की टूटी हुई है अगर कोई मरीज उप स्वास्थ्य केंद्र खटखरी में उपचार के लिए जाता है तो वह बीमारी से कम गर्मी के कारण और ज्यादा बीमार हो जाएगा उप स्वास्थ्य केंद्र मे इलाज तो दूर की बात रही बीमारी अलग से आ जाएगी यह हाल सिर्फ एक उप स्वास्थ्य केंद्र का नहीं रीवा जिले की ज्यादातर उप स्वास्थ्य केंद्रों का है लेकिन इस पर ना तो कलेक्टर का ध्यान जाता है और ना ही अन्य किसी शाशनिक अधिकारियों का जिस कारण मरीजों को तरह तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस संबंध में जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो बताया गया कि उप स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन नशेड़ीयो का जमावड़ा लगा रहता है स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का अंबार भी है इस संबंध में स्थानीय प्रशासन से शिकायत की गई तो स्थानीय प्रशासन के द्वारा अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई स्थानीय निवासियो ने साफ तौर पर कहा है कि हनुमना विकासखंड अंतर्गत कार्य करने वाले सुपरवाइजर बाल्मीकि तिवारी के द्वारा भी कोई कार्य नहीं किया जाता और वह खुद की क्लीनिक खटखरी बाजार में संचालित कर रहे हैं और सुपरवाइजर ज्यादातर अधिकारियों के मैनेजमेंट में लगे रहते हैं जिससे कि उन पर किसी भी प्रकार की गाज ना गिरे सुपरवाइजर बाल्मीकि तिवारी की अगर जांच हो तो कई लाखों का घोटाला सामने आ सकता है।