मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अध्यक्ष ने ली बैठक
सतना मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष हेमंत तिवारी कैबिनेट मंत्री दर्जा ने कहा कि श्रम विभाग के अधीन मध्यप्रदेश भवन एवं संनिर्माण कर्मकार मंडल द्वारा श्रमिकों के हित और कल्याण मंडल द्वारा बच्चों के जन्म से लेकर जीवनपर्यन्त तक की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। श्रमिकों को ढूंढ-ढूंढ कर इन योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास करें। अध्यक्ष तिवारी मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कर्मकार मंडल द्वारा निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, सहायक संचालक शिक्षा एनके सिंह, सभी जनपद के सीईओ नगरीय निकायों के सीएमओ तथा सहायक श्रम पदाधिकारी शैलेन्द्र पटेरिया भी उपस्थित थे। कर्मकार मंडल के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने श्रमिक और मजदूर वर्ग के लिए सामाजिक सुरक्षा तथा कल्याण सुनिश्चित करने अनेक योजनाएं संचालित की है। भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिकों के अधिसूचित वर्ग में 49 प्रकार के श्रम को योजनाओं के लाभ की पात्रता दी गई है। उन्होंने बताया कि अंतर प्रदेशीय भ्रमण और प्रदेश के जिलों का दौरा करने के बाद अधिसूचित प्रवर्ग में 10 और कैटेगरी को शामिल किया जाएगा। सतना जिला भ्रमण का 42 वां जिला है। राज्य स्तरीय प्रगति की जानकारी में अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 16 लाख 79 हजार 704 निर्माण श्रमिक पंजीकृत हुए हैं और अब तक उपकर की संग्रहित राशि 3973 करोड़ 69 लाख रुपए रही है। उन्होंने बताया कि निर्माण श्रमिकों के पंजीयन में स्वघोषणा पत्र ही पर्याप्त है। इसमें एजेंसी ठेकेदार से प्रमाणित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत इंजीनियरिंग, मेडिकल, पैरामेडिकल, विधि, भारत सरकार के संस्थान पॉलिटेक्निक, राज्य शासन के तकनीकी संस्थान में पढ़ाई करने पर पूरी शुल्क का भुगतान शासन की ओर से किया जाता है। विदेश में अध्ययन करने वाले श्रमिकों के बच्चों को प्रतिवर्ष 40 हजार यूएस डालर तक का शिक्षण शुल्क और 10 हजार यूएस डालर निर्वाह भत्ता दिया जाता है। अब मंडल श्रमिकों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग शुल्क भी प्रदान करेगा। प्रदेश में 129 श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए मदद की गई है। भोपाल में 100 करोड़ की लागत से श्रमिकों के बच्चों के लिए आईटीआई बनेगा। जिसमें पढ़कर निकले छात्रों को रोजगार देने की गारंटी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी श्रमिकों का पंजीयन कराएं और योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर सेवा भाव से योजनाओं का लाभ भी दिलाएं। सतना जिले में अब तक 27 हजार 225 निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं। अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि सभी जिलों में श्रम विभाग को कंप्यूटर के लिए एक-एक लाख रूपये और एक चार पहिया वाहन भी मंडल की ओर से दिए जा रहे हैं।