प्राचार्या को भाजपा का पट्टा देने जा रहे आन्दोलनकारियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
एन.एस.यू.आई. के जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में एन.एस.यू.आई. साथियों के साथ टी.आर.एस. महाविद्यालय का घेराव कर महाविद्यालय मे व्याप्त समस्या एवं टी.आर.एस. महाविद्यालय के अन्दर चल रहे आर.एस.एस. कैम्प का विरोध करते हुये सत्तापक्ष के इशारे पर काम कर रही प्राचार्या को भाजपा का पट्टा देने जा रहे सैकड़ों एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया। इस बीच एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ता एवं छात्रों ने महाविद्यालय प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन के विरूद्ध नारे बाजी करते हुये कहा कि पुलिस के दम पर यह दादागीरी नहीं चलेगी, प्राचार्या महाविद्यालय के बाहर आओ और यहां आकर भाजपा का पट्टा ग्रहण करो और नारे बाजी कर रहे सभी एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ताओं को पुलिस बल के द्वारा गाड़ियों मे भर-भर कर अस्थाई जेल ले जाकर बन्द कर दिया गया। एन.एस.यू.आई. जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय ने महाविद्यालय मे व्याप्त समस्याओं से अवगत कराते हुये कहा कि टी.आर.एस. महाविद्यालय की दीवारों पर साल भर से भाजपा के अनुवांशिक संगठन ए.बी.व्ही.पी. का जिन्दाबाद लिखा है, वहीं महाविद्यालय के अन्दर रोजाना सुबह-सुबह आर.एस.एस. के कैम्प संचालित किये जा रहे हैं, जिसको बन्द कराने हेतु एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ताओं द्वारा कई बार प्राचार्या महोदय को ज्ञापन पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया जा चुका है परन्तु उक्त विषय पर कोई कार्यवाही नही हुई, जिसको लेकर एन.एस.यू.आई. कार्यकर्तााओं के द्वारा प्राचार्या से कहा गया कि अगर आपको महाविद्यालय कैम्पस मे आर.एस.एस. का कैम्प ही चलाना है तो महाविद्यालय मे पढ़ाई बन्दर करवा कर भाजपा व आर.एस.एस. का कार्यालय घोषित कर देना चाहिये और आपको भाजपा का पट्टा गृहण कर लेना चाहिये। टी.आर.एस. महाविद्यालय को ए-ग्रेड की मान्यता प्राप्त होने के बावजूद भी महाविद्यालय मे ठण्डे पानी की समस्या बनी हुई है, जबकि महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को ठण्डा पेयजल पीने हेतु बाहर से खरीदना पड़ रहा है एवं टी.आर.एस. महाविद्यालय मे लगे पंखे ज्यादातर खराब हैं प्रबंध से शिकायत करने पर कहा जाता है कि अगर आपलोगों को ज्यादा ही दिक्कत है तो आपलोग आपस मे चन्दा इकट्ठा कर सुधार करवा लो, वहीं महाविद्यालय कैम्पस के अन्दर बाथरूम मे काफी गन्दगी बनी रहती है जिस कारण दूर-दूर से बदबूदार वातावरण बना रहता है एवं क्लासरूम की बहुत सी बेंच जर्जर हालत में है और क्लासरूम मे भी साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नही है जबकि उक्त कार्याे के लिये महाविद्यालय प्रबंधन को अच्छा खासा बजट मिलता है। महाविद्यालय मे पूछतांछ हेतु हेल्पडेस्क सेन्टर की सुविधा नही है जिससे नवीन प्रवेश लेने वाले छात्र इंधर उंधर भटकते रहेत हैं जिसको देखते हुये सहायता केन्द्र खुलवाया जाय। महाविद्यालय में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरा कई सालों से पूरी तरह से बन्द होने के कारण आपराधिक किस्म के लोग निडर होकर आयेदिन कोई न कोई घटना को अंजाम देते रहते हैं, अरगर सी.सी.टी.व्ही. कैमरा चालू हालत मे हो तो महाविद्यालय के अन्दर घटित होने वाली घटनाओं पर रोक लग सकती है। जो छात्र-छात्रायें 10 एवं 12 में 90 प्रतिशत के ऊपर अंक लाकर मेधावी एवं सम्बल योजना के श्रेणी के होकर टी.आर.एस. महाविद्यालय मे प्रवेश लिये थें परन्तु महाविद्यालय के द्वारा जानबूझ कर इन्हे प्रमोटेड कर इनसे पूरे साल की फीस वसूला जा रहा है जो सरासर गलत है, वहीं यू.जी. एवं पी.जी. के कुछ सेमेस्टर परीक्षाओं के रिजल्ट विगत 06 माह से घोषित नही किये गय है, जिस कारण से छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन्ही मूल-भूत समस्याओं को लेकर एन.एस.यू.आई. ने टी.आर.एस. महाविद्यालय का घेराव करने और महाविद्यालय के प्राचार्या को भाजपा का पट्टा देने की आवश्यकता हुई। उक्त आन्दोलन मे मुख्य रूप से एन.एस.यू.आई. जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय, रवि सुमित सिंह, सत्यम मिश्रा, शिवम मिश्रा, शशीमोल तिवारी, प्रतीक द्विवेदी, अखण्ड सिंह बघेल, विनय सोनकर, सर्वेश शर्मा, वेदनारायण तिवारी, निकिता शर्मा, वैशाली मिश्रा, सद्दाम चौहान, अनुराग सिंह, अमित उपाध्याय, देव पाण्डेय, विमल पटेल, विपिन आदीवासी, रजनीश यादव, विकाश चतुर्वेदी, विनय आदिवासी, अजय सिंह, देवेश शुक्ला, अर्पित तिवारी, अनूप तिवारी, सचिन गुप्ता, अनिकेत विश्वकर्मा, रामगोपाल सिंह, हिमांशू मिश्रा, उज्वल सिंह, अभिषेक सिंह, आशीष साकेत, आशीष कुशवाहा, अंकित कुशवाहा, दीपक त्रिपाठी, गौरव उपाध्याय, रजनीश यादव, मनोज कोरी, नवनीत त्रिपाठी, ज्ञानेन्द्र तिवारी, आदर्श पाण्डेय, अभय मिश्रा, गौरव मिश्रा, अमित कुशवाहा आदि सैकड़ों की संख्या में एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ता व छात्र-छात्रायें उपस्थित रहें।