गुढ़ पुलिस लगा रही फर्जी केस नकली शिकायतकर्ता दिखा कर ट्रक चालक को पकड़ा
रीवा जिले की गुढ़ पुलिस पर फर्जी केस लगाने के आरोप लगे है। पीड़ित का दावा है कि नकली पीड़ित दिखाकर ट्रक चालक को पकड़ा गया है। सिर्फ लोकायुक्त द्वारा की गई ट्रैपिंग का बदला लेने के लिए परेशान किया जा रहा है। गुढ़ पुलिस के षडयंत्र की शिकायत रीवा एसपी विवेक सिंह से सोमवार को एक दर्जन ग्रामीणों ने की है। फरियादी ने पुलिस अधिकारियों से जांचकर थाना प्रभारी गुढ़ सहित दोषी आरक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। ट्रक मालिक रावेंद्र कुमार पटेल निवासी जमोड़ी कला थाना जमोडी जिला सीधी ने रीवा एसपी से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन की प्रति गृहमंत्री, प्रमुख सचिव गृह, आईजी, डीआईजी से की है। पीड़ित रावेंद्र पटेल ने बताया कि वह ट्रक का परिचालन करता है। ट्रक में रेत व गिट्टी का परिवहन करता है। 27 मई को ट्रक क्रमांक एमपी 53 एचए 2045 से चालक लालजी यादव रेत लोड कराकर निधपुरी खदान से रीवा आ रहा था। शाम 6 बजे गुढ़ पुलिस ने संजय ढाबा के पास रोक लिया। इसके बाद चालक को थाने ले गए। चालक को लाकप में बंदकर दिया गया है। इसके बाद ट्रक की चाभी लेकर दूसरे चालक से जीपीएस डिवाइस तोड़वा दी। अंतत: ट्रक को थाने लाकर जब्त कर लिए। साथ ही थाने के अंदर चालक से काफी मारपीट की गई। फिर ट्रक ड्राइवर लालजी यादव के विरूद्ध अपराध क्रमांक 0193/2023 धारा 279 337 का अपराध पंजीबद्ध किया। प्रार्थी 29 मई को थाने के पुलिस कर्मी संतोष कुमार मिश्रा मोबाइल नं 9691384542 और ठाकुरदीन पटेल के मोबाइल नं 7580886568 से फोन में बातचीत कर परिजनों को जानकारी दी। ट्रक मालिक को बताया कि चालक से मारपीट की गई है। गुढ़ थाने में प्रकरण दर्ज है।आप गुढ़ तहसील आ जाओ। तब प्रार्थी तहसील पहुंचा तो पूरे मामले की जानकारी हुई। तब पता चला कि 151 जाफौ के मामले में पेश किया। लिखा पढ़ी के बाद तहसील से ड्राइवर को छोड़ दिया गया।
बताया गया कि ट्रक मालिक चालक को लेकर थाने पहुंचा। पूछा कि क्या मामला है। क्यो पुलिसकर्मियों ने पकड़ा है। सच सच बताओ। तब पुलिस ने बताया कि तुम्हारे ट्रक का एक्सीडेंट हुआ है। रोहित पाण्डेय निवासी भीटा ने रिपोर्ट किया है। मामला पंजीबद्ध है। तब ड्राइवर ने बताया कि कोई दुर्घटना वाहन से नहीं हुई है। फर्जी केस लगाया गया है। दावा है कि ट्रक मालिक रिपोटकर्ता रोहित पाण्डेय से 29 मई को मिला। इसके बाद घटना की जानकारी ली। तब रोहित पाण्डेय ने बताया कि उसके साथ कोई घटना नहीं घटी है। वह घटनास्थल पर गया ही नहीं है। न वह मोहनिया टनल गया न दोस्त भूपेन्द्र पटेल चोट लगी है। उसके पास कोई बाइक नहीं है। पीड़ित ने कहा कि गुढ़ थाने के दो आरक्षक से बातचीत की रिकॉर्डिंग है। रात 8ः41 से 08ः45 तक 27 मई को रोहित पाण्डेय के फोन पर थाने से कॉल आई। कहा गया कि थाने आ जाओ एक एक्सीडेंट की रिपोर्ट में हस्ताक्षर करना है। तब रोहित ने कहा कि कुछ होगा तो नहीं तब दोनों पुलिस कर्मियों ने कहा कि तुम्हे कुछ नहीं होगा। हम सब संभाल लेगे। हमें खास आदमी चाहिये। इसलिये तुम्हे फोन किया किया हूं। तत्काल आ जाओ। तब वह रात्रि 9ः30 बजे थाने पहुंचा। तब थाना प्रभारी ने कहा कि रिपोर्ट तुम्हे करना है। कुछ नहीं होगा। मैं मुकर गया तो पुलिस वालों ने धमकाया। इसके बाद कोरे कागज में हस्ताक्षर करा लिए। बाद में थाने के ही कुछ लोगों ने बताया कि पुलिस पुरानी रंजिश का बदला ले रही है। क्योंकि गोविन्दगढ़ में टीआई वीरेन्द्र सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक बबुआ सिंह एवं आरक्षक राजकुमार प्रजापति को ट्रेप कराये थे। पूरे प्रकरण की रिकॉडिंग पुलिस को सौंपी गई है।