सतना में बेमौसम बारिश का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। रविवार को अचानक हुए मौसमी बदलाव के बीच काले बादलों ने आसमान पर डेरा जमा लिया और तेज हवा के झोंको के बाद शहर समेत ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में बारिश शुरू हो गई। मैहर कस्बे में तो लोगों को ओलावृष्टि का सामना भी करना पड़ा। यहां तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि से मैहर में जीआरपी चौकी की छत उड़ गई, जिसमें स्टेशन मास्टर कक्ष को नुकसान पहुंचा है। वहां लगा सांची स्टॉल क्षतिग्रस्त हुआ और रेलवे स्टेशन में लगा टीन शेड भी उड़ गया।

 

रविवार को सतना जिले में मौसम ने दोपहर बाद अचानक करवट ली और अचानक तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। आसमान पर छाए काले बादलों ने माहौल कुछ ऐसा बना दिया कि दिन रहते भी अंधेरा नजर आने लगा। इस बीच सतना शहर के अलावा मैहर, उचेहरा, अमरपाटन में तेज बारिश हुई। मैहर में ओले भी गिरे और तेज हवा के झोंको ने कई दरख्तों को भी धराशायी कर दिया। कई शेड और बोर्ड भी हवा में उड़ गए।

 

मई महीने की विदाई और नौतपा के दौर के बीच हुई इस बेमौसम बारिश ने तपामान का पारा लुढ़का दिया है। अधिकतम तापमान में 5 से 6 डिग्री तक की कमी आई है। वातावरण में नमी घुलने से लोगों को तेज धूप और गर्मी से राहत तो मिली है लेकिन आने वाले समय को लेकर चिंता भी बढ़ा दी है। माना जाता है कि नौतपा में बारिश होने का असर मानसून पर पड़ता है। इस वक्त की बारिश मानसून को कमजोर करती है। बता दें कि अभी अप्रैल के आखिरी सप्ताह में भी कई दिन जिले के तमाम क्षेत्रों में बारिश हुई थी।