सतना  शहर में रेल ओवर ब्रिज बनाने की प्रोसेस फिर से शुरू हो गई है। इसे बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। हालांकि इससे पहले भी कई बार जिम्मेदारों ने बनाने की कवायद की लेकिन हर बार थोड़े ही दिनों के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।जानकारी के मुताबिक सतना शहर को दो हिस्सों में बांटने वाली हावड़ा- मुम्बई रेल लाइन के ऊपर मुख्त्यारगंज डायवर्सन रोड पर नया रेलवे ओवर ब्रिज बनाना है। इसे बनाने के लिए नाप जोख की प्रोसेस ब्रिज कॉर्पोरेशन और राजस्व विभाग के अमले ने की है। इस ब्रिज को बनाने का इंतजार लंबे समय से हो रहा है। कुछ साल पहले भी यहां नाप जोख कर आवश्यक जमीन की उपलब्धता जांची गई थी। जिसमें कई मकान दायरे में पाए जाने पर चिह्नित भी कर लिए गए थे। लेकिन बाद में संभावित प्रभावित लोग तत्कालीन सतना विधायक शंकरलाल तिवारी के पास जा पहुंचे थे और मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। हालांकि रेलवे ने इस बीच कई बार पत्राचार किया लेकिन कागज बंद फाइलों में पड़े रह गए।अब इस काम ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी है। राजस्व अमले और ब्रिज कॉर्पोरेशन के इंजीनियरों ने डायवर्सन रोड पर नाप शुरू कर दी है। पहले दिन लगभग 20 भवन चिह्नित किए गए हैं। इनमें से अधिकांश की बाउंड्री जद में फंस रही हैं। बाउंड्री भी नजूल की जमीन पर बनी हुई है। निजी भवनों के अलावा वन मंडल कार्यालय और नगर निगम आयुक्त का सरकारी बंगला भी प्रस्तावित रेल ओवर ब्रिज के लिए जरूरी जमीन के अंदर फंस रहा है। प्रस्तावित आरओबी की लंबाई 641 मीटर है। सिविल लाइन तरफ इसकी चौड़ाई 12 मीटर होगी जबकि मुख्त्यारगंज तरफ यह 8.40 मीटर चौड़ा होगा। दोनों तरफ 5-5 मीटर चौड़ी सर्विस लेन भी बनाई जानी है।