सतना के नागौद थाना क्षेत्र में एक युवक की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया। परिजनों ने मृतक की पत्नी और साले पर हत्या का आरोप लगाते हुए शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से इंकार कर दिया। मामला तब शांत हुआ, जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाईश दी। नागौद थाना क्षेत्र के ग्राम खैरा निवासी संदीप अहिरवार पिता बड़गैया अहिरवार 40 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव शनिवार को उसके घर मे ही पाया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया लेकिन जब परिजन वापस घर पहुंचे तो हंगामा खड़ा हो गया। परिजनों ने मृतक की पत्नी गुड़िया और साले पर हत्या का आरोप लगाते हुए शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से इंकार कर दिया।

सूचना मिलने पर नागौद टीआई फोर्स समेत खैरा पहुंचे और उन्होंने समझाइश देना शुरू किया। लेकिन वे कुछ मानने को तैयार नही थे। परिजनों का आरोप था कि मृतक पल्लेदारी करता था। उसकी और पत्नी की आपस मे नही बनती थी। पिछले दिनों सलैया कोठार में रहने वाले मृतक के साले और ससुर आए थे और घर का सामान उठा ले गए थे। शुक्रवार को साले ने मृतक को ससुराल बुलाया था। वह सलैया गया था, जहां से रात में लौटा। उसकी हालत रात में ही ठीक नहीं लग रही थी और सुबह उसे मृत ही पाया गया। परिजनों ने पुलिस को पिछले घटनाक्रमों की जानकारी देते हुए आरोप लगाया कि झगड़े के कारण पत्नी और ससुराल वालों ने ही उसे जहरीला पदार्थ ख़िला दिया है, जिससे उसकी मौत हो गई। सुबह मृतक के साले ने परिवार के एक सदस्य को फोन कर मृतक के बारे में जानकारी भी ली लेकिन तब तक संदीप की मौत हो चुकी थी। टीआई नागौद ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि घटना की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया