सीमांकन के बाद नामांतरण में भी सतना ने बनाया रिकॉर्ड:एक दिन में 2273 केसों का हुआ निराकरण
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के प्रथम चरण में एक ही दिन में सीमांकन के 1552 प्रकरण निराकृत कर रिकार्ड बना चुके सतना ने अब एक दिन में 2273 नामांतरण प्रकरणों के निराकरण का भी कीर्तिमान स्थापित किया है। सतना जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले में अविवादित नामांतरण के एक दिन में निराकरण की मुहिम शुरू की थी। इस नवाचार के तहत राजस्व अमले को एक दिन में अविवादित नामान्तरण के अधिक से अधिक मामले निपटाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए थे। जिस पर अमल करते हुए सतना जिले में मंगलवार को अविवादित नामांतरण के 2273 मामले निराकृत कर एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। सभी राजस्व न्यायालय द्वारा औपचारिक तैयारियों को अमलीजामा पहनाकर मंगलवार 30 मई को अपने अपने न्यायालय में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अविवादित नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण किया। कलेक्टर अनुराग वर्मा दिन भर जिले भर के राजस्व न्यायालयों में चल रही प्रक्रिया की जानकारी लेते रहे और आवश्यक निर्देश देते रहे। मंगलवार रात 8.30 बजे तक राजस्व न्यायालयों से ली गई रिपोर्ट के मुताबिक जिले में कुल 2273 नामांतरण प्रकरणों का निराकरण किया गया। सभी निराकृत प्रकरणों में से मंगलवार देर रात तक 1606 नामांतरण प्रकरणों को आरसीएमएस पोर्टल में अपलोड भी करा दिया गया। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी राजस्व अधिकारियों को शेष नामांतरण प्रकरणों के निराकरण की कार्रवाई आरसीएम्एस पोर्टल पर तत्काल अपलोड कराने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को राजस्व न्यायालय के तहसीलवार निराकरण किये गये नामांतरण प्रकरणों में तहसील रघुराज नगर में सर्वाधिक 541 प्रकरण निराकृत किए गए। तहसील मैहर में 275, मझगवां में 120, अमरपाटन मे 210 रामपुर बघेलान में 212, रामनगर में 176, नागौद में 215, उचेहरा में 130, बिरसिंहपुर में 170,कोटर में 63 और कोठी तहसील में 161 अविवादित नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण एक दिन में किया गया। इसके पहले मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के द्वितीय चरण में सतना जिले में कलेक्टर अनुराग वर्मा के नवाचार एक दिन में सीमांकन पर अमल करते हुए एक ही दिन में 1552 सीमांकन प्रकरणों के निराकरण का रिकॉर्ड पहले ही बन चुका है।