नगर पालिक निगम सतना में पार्षद पद के लिए होने वाले उपचुनाव में 13 जून को मतदाता एक बार फिर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। चुनावी प्रचार-प्रसार भी तेज हो गया है। सतना नगर निगम के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब वार्ड पार्षद पद के लिए उपचुनाव कराए जा रहे हैं। सतना नगर निगम के वार्ड नंबर 43 के रिक्त पड़े पार्षद पद की प्रतिपूर्ति के लिए चुनावी माहौल जोर पकड़ने लगा है। इस वार्ड के लिए कांग्रेस ने दिवंगत पार्षद उमेश मलिक के पुत्र सौरव मलिक गोल्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि भाजपा ने अपने पुराने चेहरे राजेन्द्र दाहिया पर ही उपचुनाव में भी भरोसा जताया है। राजेन्द्र दाहिया जुलाई 2022 में हुए चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी थे लेकिन उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी उमेश मलिक ने 88 मतों से पराजित कर दिया था। मलिक को 774 और दाहिया को 686 वोट मिले थे। कांग्रेसी पार्षद रहे उमेश मलिक राजनैतिक विरासत संभालने इस बार कांग्रेस ने बेटे को मैदान में उतारा है। पार्टी को उम्मीद है कि सहानुभूति की लहर का फायदा उसे मिलेगा। उधर पिता के बाद अब बेटे से मुकाबला करने उतरे दाहिया पिछले चुनाव में हुई गलतियों को सुधार कर इस बार के कैम्पेन में पूरी ताकत से लगे हैं। उन्हें भरोसा है कि पुराने संपर्कों और नगर निगम सतना की वर्तमान परिषद के कामकाज का लाभ उन्हें मिलेगा। पिछले चुनाव में उनसे दूर चले गए मतदाता भी इस बार लौटेंगे।बता दें कि 45 वार्डो वाले सतना नगर निगम के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब वार्ड में उपचुनाव कराए जा रहे हैं। वार्ड नंबर 26 और वार्ड नंबर 10 के बाद अब वार्ड नंबर 43 में उपचुनाव के लिए 13 जून को वोट डाले जाने हैं। वार्ड 43 में 3151 मतदाता हैं। यहां के पार्षद उमेश मलिक के निधन के बाद पद रिक्त हो गया था।