अनशन पर बैठीं जनपद सदस्य की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में कराया गया भर्ती
सतना पंचायत में भ्रष्टाचार और एससी-एसटी के लोगों के लिए पट्टे की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठीं सोहावल जनपद पंचायत की एक महिला जनपद सदस्य को जबरन अस्पताल पहुंचाना पड़ा। पुलिस ने जनपद सदस्य को अनशन स्थल से उठाया और जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करा दिया। जनपद पंचायत सोहावल की जनपद सदस्य मिथिला गर्ग को सतना पुलिस शनिवार की रात सतना जिला अस्पताल ले आई। यहां डॉक्टरों ने मेडिकल परीक्षण के दौरान पाया कि जनपद सदस्य का शुगर और बीपी लेवल डाउन हो गया था और शारीरिक शिथिलता बढ़ती जा रही थी। डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया है। दरअसल,जनपद सदस्य मिथिला गर्ग ने पिछले चार दिन पहले एक बार फिर आमरण अनशन की शुरुआत कर दी। वो पिछले माह भी अनशन पर बैठी थीं तब भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने उनका अनशन खत्म कराया था और आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों का निराकरण किया जाएगा। लेकिन आश्वासन में मिली मियाद बीतने के बाद भी जब मांगों पर विचार नहीं हुआ तो उन्होंने चार दिन पहले दोबारा आमरण अनशन शुरू कर दिया। शनिवार को स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जब हालत में गिरावट दर्ज की गई तो रूटीन चेकअप करने पहुंचे डॉक्टर्स ने अनशन खत्म करने की सलाह दी लेकिन मिथिला नहीं मानीं। आखिरकार शनिवार की रात पुलिस को उन्हें जबरन अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अनशनरत मिथिला गर्ग ने बताया कि उनके जनपद के वार्ड की ग्राम पंचायत उदय सागर में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरपंच- सचिव मनमानी कर रहे हैं। जनता की सुनवाई और विकास के मामले में सब जीरो हैं लेकिन पैसों का बंदरबांट खूब हो रहा है। जनपद सदस्य होने के बावजूद सचिव उनकी बात नहीं सुनता और जनपद-जिला पंचायत में भी शिकायत पर सुनवाई नहीं हो रही। गांव में अनुसचित जाति, जनजाति परिवार सरकारी जमीन पर खेती कर गुजर बसर कर रहे हैं। उनके लिए पट्टे की मांग की थी लेकिन उस पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। भाजपा जिलाध्यक्ष ने शिविर लगवा कर निराकरण कराने कहा लेकिन शिविर लगना तो दूर कोई चर्चा तक नहीं की जा रही।