सतना शहर में पानी पर लगभग दो सौ करोड़ रुपए का भारी-भरकम बजट अलग-अलग योजनाओं के नाम पर खर्च होने के बाद भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। शहर में लोग पानी के लिए तो परेशान हैं ही सीवर लाइन के गड्ढों ने भी मुसीबत बढ़ा रखी है। कांग्रेस पार्षदों ने इन समस्याओं को लेकर सोमवार को कमिश्नर नगर निगम से मुलाकात की और एतराज जताया। सोमवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट मकसूद अहमद के नेतृत्व में नगर निगम आयुक्त राजेश शाही से मिल कर कांग्रेसी पार्षदों ने शहर में गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई का मुद्दा उठाया। पार्षदों ने कहा कि जलावर्धन और अमृत योजना में डेढ़ सौ करोड़ ख़र्च कर दिए गए, वाटर स्काडा सिस्टम पर भी 20 करोड़ खर्च हो गए लेकिन जनता को पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा। जितना पानी दिया भी जा रहा है वह भी गंदा और बदबूदार है। पानी फिल्टर करने के नाम पर भी पैसे खर्च किए जा रहे हैं लेकिन फिर भी पानी की गंदगी दूर नहीं की जा पा रही। दूषित पानी पीने से लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं। उधर, सीवर लाइन के लिए की गई खुदाई मुसीबत का कारण बनी हुई है। कंपेक्शन का बहाना बना कर रिस्टोरेशन का काम नही किया जा रहा है जिसके कारण हर जगह मिट्टी-धूल तो है ही रोजाना हादसे भी हो रहे हैं। कहीं एक माह के अंदर ही न केवल कंपेक्शन हो गया बल्कि रिस्टोरेशन का काम भी पूरा हो गया और कहीं लोग महीनों से सिर्फ धूल फांक रहे हैं। पार्षदों ने कमिश्नर से मांग करते हुए कहा कि गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई बंद कर शुद्ध और स्वच्छ पानी की पर्याप्त सप्लाई कराई जाए,पंप हाउसों से निकाल लिए गए मोटर वापस लगवाएं जाएं और टैंकरों से वार्डो में पानी की आपूर्ति की जाए। साथ ही सीवर लाइन के गड्ढे भरवा कर रिस्टोरेशन का काम शीघ्र कराया जाए ताकि बारिश में लोगों को और हादसों का सामना न करना पड़े। कमिश्नर से शहर कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मिलने गए पार्षदों में रावेंद्र सिंह मिथिलेश,अशरफ अली बाबा, अमित अवस्थी सन्नू,कमला सिंह,मीना माधव,कृष्ण कुमार सिंह,मो रसीद,पंकज कुशवाहा,सौरव मलिक, राजेश सूर्यवंशी, अर्चना कुशवाहा, संजू यादव, तिलक राज सोनी, शहनाज बेगम, सुरेंद्र चौधरी, आशुतोष सिंह आदि शामिल रहे।