रोजगार दिवस’’ पर स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
सीधी प्रदेश के युवाओं को केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं से लाभान्वित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में माह के एक दिन को रोजगार दिवस के रूप में मनाया जाता है। 24 मई को प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। सीधी जिले में जिला पंचायत सीधी के सभागार में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कर 2136 हितग्राहियों को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से 5 करोड़ 21 लाख 60 हजार रूपए से अधिक का ऋण स्वीकृत एवं वितरित किया गया। कार्यक्रम में उमरिया जिले में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। उपस्थित जनों ने मुख्यमंत्री चैहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना। जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सीधी केदारनाथ शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में राज्य सरकार रोजगार के लिए अनेकों प्रयास कर रही है। शासकीय सेवाओं में भर्ती के साथ-साथ स्व-रोजगार के क्षेत्र में प्रयास निरंतर जारी हैं। प्रतिमाह रोजगार दिवस का आयोजन कर स्वरोजगार योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। विधायक शुक्ल ने कहा कि प्रदेश सरकार का संकल्प है कि युवाओं को बेरोजगार नहीं रहने देंगे। इस उद्देश्य से युवाओं को रोजगार के लिए कौशल सिखाने नई योजना ‘‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना‘‘ लागू की जा रही है। इस योजना के माध्यम से युवाओं को कौशल सीखने के साथ आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। कौशल प्रशिक्षण के लिए कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा जाएगा। योजना में युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठानों का पंजीयन 7 जून से और काम सीखने के इच्छुक युवाओं का पंजीयन 15 जून से शुरू होगा और प्लेसमेंट 15 जुलाई से आरंभ होगा। योजना में कम से कम एक लाख युवाओं को प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी, 18 से 29 वर्ष के युवा, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं अथवा आईटीआई या उच्च है, वे योजना में पात्र होंगे। युवाओं की शैक्षणिक योग्यता के आधार पर उन्हें 8 से 10 हजार रूपए तक स्टाइपेंड दिया जाएगा। विधायक शुक्ल द्वारा उपस्थित जनों से अपील की गई कि इस योजना का लाभ लेने के लिए युवाओं को जागरूक और प्रेरित करें। विधायक शुक्ल ने कहा कि रोजगार का मतलब केवल नौकरी ही नहीं है। अपनी क्षमताओं को पहचाने तथा योजनाओं को समझते हुए उनका लाभ लें तथा स्वयं का उद्यम स्थापित करें। ऐसा करने से वह स्वयं तो सक्षम और आत्मनिर्भर होंगे साथ ही अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर सृजन कर पायेंगें। विधायक ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का सपना तभी पूरा होगा जब देश के युवा आत्मनिर्भर होंगें। उन्होने महिलाओं को स्व सहायता समूहों से जुड़ने तथा उनकी गतिविधियों में सहभागिता के लिए प्रेरित किया। विधायक ने कहा कि अपने विन्ध्य क्षेत्र में कृषि, वनोपज, पशुपालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। हमें अपने अतीत से भी सीख लेने की आवश्यकता है। आज बड़े शहरों में हमारे यहां के व्यंजनों ने अपनी पहचान बनाई है लेकिन हम स्वयं उससे दूर होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी सदैव स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यदि हम खुले मन से विचार करें तो हमें उद्यम के लिए कई संभावनाएं दिखेंगी। उन्हें पहचाने और क्षेत्र के विकास में अपना योगदान करें। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, जिला पंचायत के उद्योग एवं सहकारिता समिति के सभापति प्रदीप शुक्ल, जिला पंचायत सदस्य सरस्वती बहेलिया, हीरा बाई सिंह, पूजा सिंह कुशराम, मनोज सिंह द्वारा लाभान्वित हितग्राहियों को शुभकामनाएं दी गई। कलेक्टर साकेत मालवीय ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार योजनाओं से लाभान्वित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की मंशानुसार प्रत्येक माह रोजगार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं को स्वयं का उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से आप स्वयं तो आत्मनिर्भर होते हैं, साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हैं। कलेक्टर ने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा युवाओं को सहजता से पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है, साथ ही ब्याज की अदायगी में सब्सिडी भी देती है। कलेक्टर ने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उत्पादों के उत्पादन तथा उपयोग को प्रोत्साहन दिया जाता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होती है। आय के अन्य साधन भी विकसित होते हैं। कलेक्टर ने जिले के युवाओं को इस अवसर का लाभ लेने के लिए कहा और स्वरोजगार के माध्यम से अपने उद्योग स्थापित करें। रोजगार दिवस कार्यक्रम में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र से मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के 07 हितग्राहियों को 38 लाख 20 हजार रूपये, जिला शहरी विकास अभिकरण से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के प्रथम चरण में 30 हितग्राहियों को 3 लाख रूपये, द्वितीय चरण में 62 हितग्राहियों को 12 लाख 40 हजार रूपये, तृतीय चरण में 21 हितग्राहियों को 10 लाख 50 हजार रूपये, संत रविदास स्वरोजगार योजना 01 हितग्राही को 2 लाख 50 हजार रूपये, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (समूह) के 2015 हितग्राहियों को 04 करोड़ 55 लाख रूपये के ऋण स्वीकृत एवं वितरित किए गए। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र नवीन कुशवाहा, डीपीएम आजीविका मिशन पुष्पेंद्र सिंह, एलडीएम जगमोहन सहित जनप्रतिनिधि संबंधित विभागीय अधिकारी, बैंकर्स एवं हितग्राही उपस्थित रहें।