प्रतिभा सम्मान समारोह में छात्रों व शिक्षकों का किया गया सम्मान
नीति आयोग की अभिनव योजना प्रतिभा सम्मान योजनान्तर्गत रीवा संभाग के विभिन्न विद्यालयों के 43 छात्र/छात्राओं का सम्मान किया गया। इस दौरान विद्यालयों के शिक्षक भी सम्मानित हुए। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने छात्रों व शिक्षकों को सम्मान निधि के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कमिश्नर अनिल सुचारी व कलेक्टर प्रतिभा पाल एवं अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सम्मानित व पुरस्कृत होना बड़े गौरव की बात होती है। यह मुकाम लगन, कड़ी मेहनत, जिद व जुनून से मिलता है। उन्होंने सम्मानित छात्रा/छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि अभी तो आसमान की उंचाईयां तय करनी है अत: चुनौती भरे रास्तों में अवसरों का फायदा लेकर बुलंदियां छुंए और शिक्षित व संस्कारित होकर समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। इस अवसर पर कमिश्नर अनिल सुचारी ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को सम्मान मिला उनके लिये खुशी की बात है। अब वह विद्यार्थी अन्य मित्रों को भी आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि हमें अपने कार्यों पर गर्व होना चाहिए घमण्ड नहीं। आगे बढ़ते हुए अपने विद्यालय, जिले, प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर अह्वान किया सभी लोग विशिष्ट अवसरों पर वृक्षारोपण करें व इसे संरक्षित करते हुए पर्यावरण बचाने का संकल्प लें। कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि प्रतिभा सम्मान परीक्षा को उत्तीर्ण करना विशेष बात है। जीवन में हर परीक्षा का महत्व है अत: पूरे परिश्रम के साथ अध्ययन कर परीक्षा दें क्योंकि परिश्रम का कोई सार्टकट नहीं होता। उन्होंने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि समय का संयोजन कर लक्ष्य निर्धारित करते हुए पढ़ाई करें तथा तनाव न लें। उन्होंने प्रतिभावान विद्यार्थियों के विद्यालयों के शिक्षकों को भी बधाई दी जिनके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने कठिन परीक्षा उत्तीर्ण की। कलेक्टर ने अपेक्षा की कि इन विद्यालयों से अन्य विद्यालय भी प्रेरणा लेंगे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन शुभ्रा शुक्ला ने किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी जीपी उपाध्याय, समन्वयक डॉ. विनय दुबे सहित छात्र/छात्राएँ व शिक्षक उपस्थित रहे।