रीवा जिले में आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 77 बल्क लीटर अवैध देशी विदेशी शराब जब्त कर ली है। वहीं मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है। बताया गया कि रविवार की भोर 4 बजे आबकारी विभाग के पास बड़ी मात्रा में शराब के स्टाक होने पर सूचना मुखबिर से आई। ऐसे में कलेक्टर प्रतिभा पाल और एसपी विवेक सिंह को तुरंत अवगत कराया गया।इसके बाद टीम बनाकर आरोपी के सिरमौर स्थित घर में दबिश दी गई। संयुक्त दल में आबकारी विभाग, पुलिस विभाग और राजस्व के अधिकारी शामिल रहे। गठित टीम ने 7 मई को सुबह 6 बजे आरोपी के घर का दरबाजा खटखटाया। गेट खुलते ही घर में अफरा तफरी मच गई। आबकारी और पुलिस टीम ने घर दुकान के विभिन्न खमरों में जाकर सर्चिंग शुरू की। कार्रवाई देख बच्चे बूढ़े डर गए।

अधिकारियों के उड़े होश
आबकारी विभाग की उपनिरीक्षक शबनम खान ने बताया कि रत्नेश गुप्ता पुत्र रामसुमिरन गुप्ता 35 वर्ष निवासी सिरमौर वार्ड क्रमांक 2 के घर में छापा मार कार्रवाई की है। घर दुकान की तलाशी के दौरान 77.55 बल्क लीटर अवैध शराब मिली है। वहीं कई बोरियों कार्टून से भारी मात्रा में ढक्कन और शीशियां मिली है। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि शराब की कंपनी संचालित हो रही थी।

 दुकान की आड़ में बेचता था नशा
सूत्रों में चर्चा है कि रत्नेश गुप्ता क्षेत्र का शातिर शराब तस्कर है। वह घर में संचालिक किराना की दुकान की आड़ में नशा बेचता था। पर लोकल पुलिस कुछ नहीं जानती थी। जब सिरमौर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मुखिबर ने रीवा स्थित आबकारी दल को गोपनीय सूचना भेजवाई। इसके बाद कार्रवाई करने के लिए जिला मुख्यालय से टीम पहुंची। शुरुआत में लोकल पुलिस को खबर नहीं दी गई।
आरोपी को लिया पुलिस रिमांड में
शराब ठीहे का भंडाफोड़ एसडीओपी सिरमौर नवीन तिवारी, सिरमौर थाना प्रभारी निरीक्षक तेजभान सिंह, आबकारी उपनिरीक्षक शबनम खान, आबकारी एसआई अभिषेक त्रिपाठी सहित 10 सदस्यीय टीम ने किया है। दावा है कि दबिश देकर आबकारी दल ने तहखाना नुमा बने मकान से शराब के अवैध कारोबार को पकड़ा है। फिलहाल आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड में लिया जा रहा है।

50 लीटर से ऊपर के मामले में कोर्ट से जमानत
उपनिरीक्षक शबनम खान की मानें तो रत्नेश गुप्ता के खिलाफ धारा 34(2) आबकारी अधिनियम का अपराध दर्ज कर लिया गया है। 50 लीटर से ऊपर की शराब में कोर्ट से जमानत होती है। भारी मात्रा में देशी अंग्रेजी शराब की नई खाली शीशियां और नए ढक्कन मिलने पर बड़े नेटवर्क की आशंका है। ऐसे में अन्य पहलुओं की जांच चल रही है। रिमांड के बाद आरोपी से अलग से पूछताछ की जाएगी।