सतना राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत सरकार नई दिल्ली के स्पेशल मानीटर डाॅ. योगेश दुबे ने कहा कि महिला बाल विकास, बाल संरक्षण और पुलिस संयुक्त प्रयास कर जिले में 10-10 थानों को चाइल्ड फें्रडली, वीमेन फें्रडली, पुलिस स्टेशन बनाने का प्रयास करें। ताकि इन थानों में बच्चे और महिलायें बिना किसी संकोच और भय के अपनी समस्यायें खुलकर बता सकें। स्पेशल मानीटर डाॅ. दुबे ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता और महिला बाल विकास के अधिकारियों की बैठक लेकर महिलाओं के लिये संचालित शासकीय सुविधायें वनस्टाप सेन्टर, नारी निकेतन तथा घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को प्रदान की जाने वाली विधिक परामर्श एवं चिकित्सा सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्पेशल मानीटर डाॅ. दुबे ने सतना में वर्ष 2016 से संचालित वन स्टाप सेन्टर की वर्ष 2023 तक की गतिविधियों की समीक्षा की। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सौरभ सिंह ने बताया कि वर्ष 2016-17 से वर्ष 2023-24 अब तक कुल 1175 प्रकरण पंजीबद्ध हुए हैं। जिनमें 195 डीआईआर, 34 को विधिक सहायता, 07 को चिकित्सीय मदद 344 को आश्रय स्थल सहायता, 856 को परामर्श सुविधा और 477 प्रकरणों में समझौता निराकरण हुआ है। सीएम हेल्पलाइन 181 में घरेलू हिंसा की अब तक 1269 शिकायतें दर्ज हुई।  स्पेशल मानीटर डाॅ. दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग महिला उत्पीड़न के मामलों के लिए अत्यन्त गंभीर है। पीड़ित को न्याय दिलाने में हर स्तर पर कार्यवाहियाँ फास्ट ट्रेक पर चलनी चाहिए। साथ ही पुर्नवासित स्टेक होल्डर का फालोअप भी लेते रहे। उन्होंने कहा कि जिले में वन स्टाप सेन्टर और महिला बाल विकास विभाग में फुलफे्रस स्टाफ है। बच्चों और महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य करें। सतना जिले में नारी निकेतन सेन्टर और बालक-बालिका आश्रय गृह खोलने के प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेजे। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एलके तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक महिला सेल अजय रिथोरिया बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राधा मिश्रा, सहायक संचालक श्याम किशोर द्विवेदी, बाल संरक्षण अधिकारी अमर सिंह चैहान, वन स्टाप सेन्टर की संचालिका डाॅ. एकता गुप्ता भी उपस्थित रहे। इसके पूर्व स्पेशल मानीटर डाॅ. दुबे ने अपने सतना प्रवास के दौरान जवाहर नगर स्थित वन स्टाप सेन्टर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।