सतना शहर के ट्रांसपोर्ट एवं रियल एस्टेट कारोबारी के साथ फर्जी सरकारी लेटर से 2 करोड़ 59 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने आरोपी होटल संचालक को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसका भाई अभी फरार है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने मैहर में दबिश देकर ठगी और धोखाधड़ी के आरोपी दीपक अग्रवाल पिता स्व जगदीश अग्रवाल निवासी कटरा बाजार मैहर को गिरफ्तार कर लिया है। उसका भाई दिलीप अग्रवाल अभी फरार है। सिविल लाइन पुलिस आरोपी दीपक को मैहर से पकड़ कर सतना ले आई और उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। दीपक और दिलीप के खिलाफ वर्ष 2018 में संजय अग्रवाल पिता जगदीश प्रसाद अग्रवाल निवासी प्रभात विहार कॉलोनी सतना की शिकायत पर आईपीसी की धारा 420,467,468,471 एवं 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।दोनों भाई तब से ही पुलिस की नजरों में फरार थे। सोमवार को सिविल लाइन पुलिस ने मैहर में दबिश देकर दीपक को दबोच लिया लेकिन दिलीप फिर भी हाथ नहीं आया। पुलिस के मुताबिक आरोपी दीपक और दिलीप ने ट्रांसपोर्ट एवं रियल एस्टेट कारोबारी संजय अग्रवाल उर्फ खिल्लू से 2 करोड़ 59 लाख 75 हजार रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने संजय अग्रवाल से यह रकम उमरिया रोड उचेहरा एवं मैहर से सोनवारी टोल प्लाजा में पथ कर वसूली के ठेके में पार्टनर बनाने के नाम पर ठगी थी। उन्होंने संजय को एमपीआरटीसी भोपाल सतपुड़ा भवन के पत्र दिखाते हुए कहा था कि उन्हें वर्ष 2017 से 2021 तक दोनों टोल प्लाजा में वसूली का ठेका मिल गया है लेकिन पैसो की व्यवस्था न हो पाने से वे संजय को पार्टनर बनाना चाहते हैं। आरोपियों ने सरकारी पत्र भी उन्हें दिखाए तो संजय को उनके ऊपर विश्वास हो गया लिहाजा उन्होंने 2 करोड़ 59 लाख 75 हजार रुपए आरटीजीएस से दीपक के खाते में ट्रांसफर करवा दिए। लेकिन जब टोल संचालन के एग्रीमेंट की बात पर आरोपी टालमटोल करने लगे तो संजय को शक हुआ उन्होंने भोपाल में उस बारे में पता किया। वहां पता चला कि जो पत्र उन्हें दिखाए गए वो फर्जी हैं। दीपक-दिलीप को कोई ठेका नहीं मिला है। संजय ने इसकी रिपोर्ट सिविल लाइन थाना में दर्ज कराई थी। दीपक भले ही पुलिस की नजर में 5 साल से फरार रहा हो लेकिन वह मैहर में ही रह रहा था। वह मैहर में जगमणि पैलेस नाम का होटल चलाता रहा है। उसके होटल में बिना लाइसेंस का बार भी चलता है। पिछले दिनों उसके होटल में छापामारी कर आबकारी अमले ने भारी मात्रा में अवैध शराब भी पकड़ी थी। हालांकि तब मामला रफा दफा हो गया था। इसके अलावा दीपक ने मां शारदा मंदिर प्रबन्ध समिति मैहर को भी ठेकों के जरिए लाखों का चूना लगाया है।