कलेक्टर ने दिखाई पशुपालन विभाग की 11 वेटनरी एम्बुलेंस को हरी झण्डी
सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कैम्पस से हरी झंडी दिखाकर सतना जिले को प्राप्त सभी 11 वेटनरी एम्बुलेंस को उनके ब्लाक मुख्यालय के लिए रवाना किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने 12 मई को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड से 1962 पशुधन संजीवनी योजनान्तर्गत चलित पशु चिकित्सा इकाइयाँ जिलों के प्रदान की गई है। जिनमें 11 चलित पशु चिकित्सा इकाइयां सतना जिले को प्राप्त हुई है। इनमें सोहावल, मझगवां और मैहर विकासखण्ड में दो-दो और उचेहरा, नागौद, रामपुर बघेलान, अमरपाटन, रामनगर विकासखण्ड के लिए एक-एक वेटनरी एम्बुलेंस चलित पशु चिकित्सा इकाइयाँ दी गई है। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी 11 पशु चलित चिकित्सा इकाइयों की सुविधाओं का अवलोकन किया और हरी झण्डी दिखाकर क्षेत्रों के लिए रवाना किया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डाॅ. परीक्षित झाड़े, उपसंचालक पशु चिकित्सा डाॅ. प्रमोद शर्मा, डाॅ. जीके गुप्ता, डाॅ. एपी सिंह, डाॅ. संदीप शुक्ला, डाॅ. अरूण शुक्ला, डाॅ. वालमीक सिंह, डाॅ. शिवम आरख और डाॅ. पीके द्विवेदी भी उपस्थित थे। पशुपालन एवं डेयरी विभाग की पशुधन संजीवनी योजनान्तर्गत चलित इकाइयाँ (वेटनरी मेडीकल वैन) के माध्यम से गाँव-गाँव पशुओं का घर पहुँच इलाज की सुविधा मिलेगी। उपसंचालक पशु चिकित्सा डाॅ. प्रमोद शर्मा ने बताया कि विटनरी वैन में पशु उपचार, लघु शल्य किया, कृत्रिम गर्भाधान और रोग नियंत्रक उपचार की सुविधायें उपलब्ध रहेगी। पशुओं के बीमार होने पर पशुपालक को टोल फ्री नम्बर 1962 पर फोन करना होगा। काॅल सेन्टर पर सूचना मिलते ही संबंधित विकासखण्ड मुख्यालय से वेटनरी एम्बुलेंस क्षेत्र के लिए रवाना हो जायेगी। पशुपालन विभाग द्वारा घर पहुंच मेडीकल वैन की सेवाओं के लिए 150 रूपये प्रति काॅल पर सेवायें प्रदान करना निर्धारित किया गया है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि सभी मेडीकल वैन में जीपीएस सिस्टम लगा है। वैन अपने विकासखण्ड मुख्यालय पर ही रहेगी। प्रत्येक चलित पशु चिकित्सा वैन में एक ड्राइवर कम अटेण्डर एक वेटनरी डाॅक्टर और एव्हीएफओ हेल्पर के रूप में रहेगा। एम्बुलेंस की सेवायें सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मिलेगी। प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक काॅल सेन्टर में काॅल रजिस्टर्ड की जायेगी। काॅल सेन्टर में प्राप्त होने वाली काल्स के क्रम में स्थानीय रूट के आधार पर एम्बुलेंस का स्टाफ मौके पर पहुंच कर पशुओं का इलाज करेगा।