लाड़ली बहना योजना के प्रदेश में 1.25 करोड़ आवेदन दर्ज होना बहुत बड़ी उपलब्धि है – मुख्यमंत्री
रीवा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसेवा अभियान का मूल मंत्र सुशासन है। इस अभियान में लाखों आवेदन पत्रों का निराकरण करके हितलाभ का वितरण किया गया है। सभी जिलों में आवेदन पत्रों के निराकरण का प्रतिशत 94 से अधिक है। प्रक्रियागत कारणों से ही केवल कुछ हजार आवेदन पत्र लंबित हैं। इनका भी 15 जुलाई तक अनिवार्य रूप से निराकरण करें। अभियान के माध्यम से आमजनता को बहुत से लाभ सरलता से प्राप्त हो गए हैं जिनके लिए उन्हें कई बार कार्यालयों में भटकना पड़ता है। सभी जिलों में प्रभारी मंत्री जनसेवा अभियान की समीक्षा करें। अभियान के दौरान अविवादित नामांतरण, सीमांकन तथा जाति प्रमाण पत्र के हजारों आवेदन पत्र निराकृत किए गए हैं। सभी पात्र व्यक्तियों को जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जारी करें। कलेक्टर जनसेवा अभियान के सभी आवेदन पत्रों का समुचित निराकरण सुनिश्चित करें। अभियान के दौरान सीएम हेल्पलाइन के ही प्रकरण बड़ी संख्या में दर्ज किए गए हैं। अभियान में जिले के अधिकारियों ने बहुत अच्छा कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में बिना किसी के शिकवा-शिकायत के प्रदेश में एक करोड़ 25 लाख से अधिक आवेदन पत्र ऑनलाइन दर्ज किए गए हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। सभी पात्र बहनों के बैंक खाते 10 जून के पहले डीबीटी करा दें। लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति पत्र एक जून से घर-घर जाकर बहनों को प्रदान किए जाएंगे। जिले के प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायकगण तथा अन्य जनप्रतिनिधि स्वीकृति पत्र वितरण में भागीदारी निभाएं। इस योजना के तहत 9 जून की शाम को सभी ग्राम पंचायतों तथा नगरीय निकायों के वार्डों में कार्यक्रम आयोजित कर उल्लास का वातावरण बनाएं। बहनों को 10 जून को उनके बैंक खाते में एक हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। यह कार्यक्रम शाम 5 बजे से आरंभ होगा। इसमें 5 से 6 बजे तक स्थानीय स्तर के कार्यक्रम होंगे। इसके बाद सभी ग्राम पंचायतों तथा नगरीय क्षेत्र के वार्डों से लोग राज्य स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे। हर्ष और उल्लास के साथ बहनों को इस योजना से लाभांवित किया जाएगा। कमिश्नर कार्यालय के एनआईसी केन्द्र से कमिश्नर अनिल सुचारी, एडीजीपी केपी व्यंकटेश्वर राव, डीआईजी मिथिलेश शुक्ला तथा अन्य अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग में शामिल हुए। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, कलेक्टर प्रतिभा पाल, आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ सोनवणे तथा अन्य अधिकारी इसमें शामिल हुए।