सतना सतना जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान 2.0 के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा 20 मई को एक दिवस में राजस्व अधिकारियों के सहयोग से मैदान में जाकर 1552 भूमि प्लाटों का सीमांकन के नवाचार को एशिया बुक आफ रिकार्डस में दर्ज किया गया है। एशिया बुक आफ रिकार्डस की ओर से कलेक्टर सतना को भेजे गये संदेश में लिखा है कि 12 घंटे में 1552 भूमियों का सीमांकन कार्य असंभव को संभव करने जैसा है। मध्यप्रदेश शासन के मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान 2.0 के तहत सतना जिले में सीमांकन के विशेष महा अभियान में सम्पूर्ण सतना जिले के 566 पटवारी और राजस्व अधिकारियों के सहयोग से एक दिवस में 1552 सीमांकन करना उल्लेखनीय कदम और एक नजीर है। एशिया बुक आफ रिकार्डस की तरफ से 21 जून को सतना के कलेक्ट्रेट भवन के सभाकक्ष में कलेक्टर अनुराग वर्मा को इस सम्मान से नवाजा जायेगा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर सतना ने जिले की सभी तहसीलों के लंबित सीमांकन के प्रकरणों का मौके पर जाकर निराकरण का महाअभियान चलाया था। 20 मई को कलेक्टर, अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी सहित कोटवार तक का राजस्व अमला फील्ड में रहा। शाम तक जो रिपोर्ट आई वह उत्साहजनक और आश्चर्य से भरी रही। सतना जिले में 12 घंटे में 1552 सीमांकन के निराकरण का रिकार्ड बन चुका था। हालांकि कलेक्टर सतना ने एक दिन में 1275 लंबित सीमांकन प्रकरणों का टारगेट दिया था। लेकिन राजस्व अधिकारियों ने भरी दोपहर कड़ी मेहनत कर लक्ष्य से कही अधिक प्रकरण निपटाये। किसानों और काश्तकारों को मौके पर ही सीमांकन प्रमाण पत्र भी दिये गये। सुबह से शाम तक चले अभियान में सबसे अधिक मैहर तहसील में 238 सीमांकन प्रकरण निपटे जबकि नागौद में 222, रघुराजनगर में 184, रामपुर बघेलान में 215, अमरपाटन में 103, मझगवां में 114, उचेहरा 137, रामनगर में 128, बिरसिंहपुर में 81 प्रकरण तहसील कोटर में 63 प्रकरणों का निराकरण हुआ। इस प्रकार एक दिनी महा अभियान में 11 तहसीलों में कुल 1552 लंबित सीमांकन प्रकरणों का निराकरण हुआ।