सतना नगर पालिका मैहर की अध्यक्ष के पति को मैहर विधायक का बगलगीर बनना महंगा पड़ गया है। भाजपा ने सांसद प्रतिनिधि के तौर पर नगर पालिका के काम मे खासा दखल रखने वाले अध्यक्ष पति को मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष पद से मैहर के भाजपा नेता और सांसद प्रतिनिधि संतोष सोनी की छुट्टी कर दी है। संतोष की जगह अब यह पद और दायित्व सतना नगर निगम के पूर्व पार्षद रामपाल यादव को सौंपा गया है। रामपाल पहले समाजवादी पार्टी में भी रह चुके हैं। चुनावी वर्ष में हुए इस बदलाव ने सियासी गलियारों में चर्चा गर्म कर दी है। हालांकि पार्टी के नेता संतोष को हटा कर रामपाल को मोर्चा की अध्यक्षी दिए जाने का आधिकारिक कारण संतोष की नगर पालिका में अपनी पत्नी के काम काज में सांसद प्रतिनिधि के तौर पर दखलंदाजी की व्यस्तता को बता रहे हैं लेकिन दबी जुबान चर्चा कुछ और ही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो पिछले दिनों मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी और सतना सांसद गणेश सिंह के बीच चले बयानों के तीर का घाव संतोष को लगा है। दरअसल, जिस वक्त विधायक नारायण मैहर सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर के लोकार्पण के मंच पर खड़े हो कर सांसद गणेश सिंह को चुनौती दे रहे थे, उस समय संतोष सोनी भी वहां मौजूद थे और मंच पर विधायक के बगल में खड़े थे। सांसद को मैहर में न घुसने देने के मैहर विधायक के चैलेंज के बाद सांसद अगले ही दिन मैहर आए और तीन दिनों तक पूरे क्षेत्र में उन्होंने महा जनसंपर्क अभियान चलाया था। बताया जाता है कि संतोष सोनी सांसद के ही खेमे के हैं और उन्हें सांसद गणेश सिंह ने मैहर नगर पालिका का सांसद प्रतिनिधि इसलिए बनाया था ताकि संतोष अपनी नगर पालिका अध्यक्ष पत्नी के कामकाज में दखल रख सकें। माना जा रहा है कि विधायक के उस चेतावनी मंच पर संतोष की मौजूदगी उनकी अध्यक्षी पर भारी पड़ गई है।