बाइक और 50 हजार की मांग बनी मौत का कारण
सतना रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र में ट्रक ड्राइवर पति और उसके घर वालों का लालच महिला की जिंदगी पर भारी पड़ गया। मांग और प्रताड़ना से तंग आ कर उसने आत्महत्या कर ली। लेकिन जब उसकी मौत का राज खुला तो पुलिस ने पति और सास,ससुर समेत परिवार के 7 महिला- पुरुषों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया। रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के ग्राम बठिया में शालिनी शुक्ला पति विपेंद्र शुक्ला (24) की गत 4 जून को मौत हो गई थी। उसका शव घर के अंदर पंखे के सहारे फांसी के फंदे पर झूलता पाया गया था। शालिनी का विवाह 2017 में विपेंद्र के साथ हुआ था। उसका पति विपेंद्र मुम्बई में रह कर ट्रक ड्राइवरी का काम करता था लेकिन पिछले कुछ समय से वह वापस गांव आ गया था और यहीं रह रहा था। शालिनी की खुदकुशी के मामले में उसके पिता धर्मराज तिवारी और मायके पक्ष के अन्य लोगों ने पति और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर आरोप लगाया था कि वे दहेज के लिए उनकी बेटी को प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो शालिनी की मौत का राज परत दर परत खुलता गया। जांच में पता चला कि महिला का पति विपेंद्र ही नहीं ससुर त्रिवेणी प्रसाद,सास ज्ञानवती,देवर अजय और संजय तथा देवरानी संध्या और आरती भी शालिनी को परेशान- प्रताड़ित करते थे। उससे दहेज में अपने मायके से बाइक और 50 हजार रुपए नगद मंगवाने के लिए कहा जाता था और इस मांग को पूरा कराने के लिए उसे शारीरिक- मानसिक प्रताड़ना दी जाती थी। रामपुर बाघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपियों से पूछताछ की गई और प्रताड़ना की बात सच पाई जाने पर पति,सास- ससुर और देवर- देवरानियों समेत सभी 7 लोगों को आईपीसी की धारा 304 B व 498 A के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।