‘कमाल का भोपाल’ अभियान के तहत राजधानी के नियोजित और समावेशी विकास पर होगा मंथन
भोपाल के शहरी विकास, रियल एस्टेट क्षेत्र, बुनियादी ढांचे और नियोजित विस्तार को गति देने के उद्देश्य से इतवार सुबह भोपाल में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री से क्रेडाई के प्रतिनिधियों की विशेष बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक मंत्री महोदय के विशेष भोपाल प्रवास के दौरान आयोजित की जा रही है, जिसमें क्रेडाई भोपाल के अध्यक्ष श्री मनोज मीक सहित वरिष्ठ प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में ‘कमाल का भोपाल’ अभियान के तहत भोपाल के ऐतिहासिक, भौगोलिक और शहरी विकास की विशेषताओं पर चर्चा होगी और इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए केंद्र सरकार को सुझाव दिए जाएंगे। बैठक में केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित शहरी योजनाओं के प्रभाव, भोपाल की अधूरी रियल एस्टेट परियोजनाओं, मेट्रो विस्तार, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, किफायती आवास, लॉजिस्टिक्स हब और जल संरक्षण योजनाओं जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी।
बैठक के प्रमुख मुद्दे:
— ‘कमाल का भोपाल’ अभियान के तहत भोपाल को ‘हेरिटेज और स्मार्ट मेट्रोपोलिस’ के रूप में विकसित किया जाए
— भोपाल को ‘अर्बन चैलेंज फंड’ (₹1 लाख करोड़) में विशेष प्राथमिकता मिले
— भोपाल के अधूरे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स को SWAMIH फंड-2 में शामिल किया जाए
— भोपाल को ‘मेट्रो रीजनल हब’ के रूप में विकसित करने के लिए केंद्रीय सहायता मिले
— भोपाल-इंदौर लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर और आउटर रिंग रोड परियोजना को प्राथमिकता दी जाए
— प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भोपाल में 25,000+ नए किफायती मकानों की मंजूरी मिले
— बड़ा तालाब और अन्य झीलों को ‘नेशनल वाटर बॉडी रिस्टोरेशन मिशन’ में शामिल किया जाए
— बिजली और जल आपूर्ति की स्थिरता के लिए केंद्रीय फंडिंग का प्रस्ताव रखा जाए
‘कमाल का भोपाल’ अभियान पर केंद्र सरकार को किया जाएगा अवगत
भोपाल को राष्ट्रीय स्तर पर एक अद्वितीय ऐतिहासिक और शहरी विकास मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने के लिए क्रेडाई भोपाल ‘कमाल का भोपाल’ अभियान के तहत मंत्री महोदय को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगा। इसमें भोपाल की ऐतिहासिक धरोहर (भीमबेटका, सांची, भोजपुर), 500 किमी के दायरे में सबसे बड़े ‘लैंडलॉक्ड शहरी क्षेत्र’ और झीलों पर आधारित नियोजित शहर होने के अनूठे पहलुओं को उजागर किया जाएगा। साथ ही, इस रिपोर्ट में भोपाल के रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के विकास के लिए ठोस नीतिगत सुझाव भी शामिल होंगे। “भोपाल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक स्मार्ट, हरित और निवेश-अनुकूल शहर के रूप में स्थापित करने के लिए यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्रेडाई भोपाल सरकार के साथ मिलकर शहर के नियोजित विकास, रियल एस्टेट क्षेत्र की मजबूती और बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए ठोस प्रस्ताव रखेगा। हमारा लक्ष्य ‘कमाल का भोपाल’ अभियान के तहत राजधानी को वैश्विक पहचान दिलाना और इसे शहरी भारत का एक रोल मॉडल बनाना है।”