अमृत महोत्सव में देश की लाडली बेटियां -दीपक
अधिकार विकास पार्टी के जिलाध्यक्ष एड0 दीपक गुप्ता ने बताया कि आज अमृत महोत्सव के अमृत बेला में भारत देश की लाडली बेटियां जंतर मंतर पर बैठी है जबकि देश के प्रधान सेवक द्वारा वर्ष 2015 में हरियाणा के पानीपत में (बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ) का नारा दिया था जिससे उन्ही लाडली बेटियों ने अपना जी जान लगा कर विश्व गुरू भारत को कामन वेल्थ गेम, एशियन गेम और ओलम्पिक गेमो पर कई मेडलो से भारत देश का आन बान और शान बढ़ाया था। पिछले दो सप्ताह से ये लाडली बेटियां संघर्ष कर आन्दोलन कर रही है, योन अपराध के अपराधी के ऊपर कोई कानूनी कार्यवाही हो लेकिन गृह मंत्रालय की दिल्ली पुलिस तो अति कर रही है। अपराधी के ऊपर कार्यवाही न करके पुलिस बलो द्वारा इन पहलवानो को धमकाया, मारा, गाली गलौज से प्रताड़ित किया जा रहा है, पुलिस बल द्वारा कहा जा रहा है कि मामला पंजीबद्ध हो गया है अब आप जंतर मंतर से उठिये पानी, शौचालय, बिस्तर आदि सब को हटाया जा रहा है। ये कहां का लोकतंत्र है ये गांधी जी का देश है आंदोलन करना हमारा मौलिक अधिकार है।
जहां इन लाडली बेटियों को इस समय अपने खेलो पर ध्यान देना चाहिये था वहां यह जंतर मंतर पर धरना दे रही है। एन.सी.आर.बी. का डाटा 2014 के बाद बताता है कि लाडली बेटियों के साथ अपराध के संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। जितने भी खेल संस्थान भारत में है जो घटना लाडली बेटियों के साथ होती है इसमें कमेटियों तक नही बनी है ऐसे 24 संस्थायें भारत देश में है ये कितने दुर्भाग्य की बात है कि इन लाडली बेटियों द्वारा भारत सरकार से अपने मेडल वापस करने की बात कही जा रही है, साथ में न्याय दिलाने की भी बात कही जा रही है, तो ऐसी स्थिति इस विश्वगुरू भारत देश की लाडली बेटियों की आ गई है। फैसला तो इस देश के लोगो को करना है जिनके जरिये सत्ता बनती और बिगड़ती है, कानून के हिसाब से राजनैतिक सत्ता न चले और कानून का पालन न करते हुये पुलिस न दिखाई दे और कानून के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़े महज एक एफ.आई.आर. के लिये तो ये अजीव स्थिति भारत देश की दिखती है जबकि पास्को एक्ट के तहत अपराधी को गिरफ्तार हो जाना चाहिये किन्तु अभी तक गिरफ्तारी नही हुई है अगर यही स्थिति रही तो भारत देश के सभी लोगो को इन बेटियों के साथ खड़ा होना पड़ेगा।