“कमाल का भोपाल” हेरिटेज से होराइजन तक अभियान के तहत आज क्रेडाई भोपाल के प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल से राजभवन में भेंट की। इस भेंट का उद्देश्य भोपाल की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक विशेषताओं को स्पष्ट कर उन्हें वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के प्रयासों को गति देना था। इस अवसर पर क्रेडाई भोपाल के अध्यक्ष मनोज मीक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को अभियान का प्रतिवेदन सौंपा। इस प्रतिवेदन में शहर की चार प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित किया गया:
    1.    पाषाण कालीन शैल चित्र – 30,000 वर्षों से अधिक पुराना निवास योग्य स्थान।
    2.    राजा भोज की नगर योजना – 1010 ईस्वी की उन्नत, प्रमाणिक और जीवित नगर योजना।
    3.    देश के दिल की धड़कन – 500 किलोमीटर के दायरे में सबसे बड़ा लैंड लॉक एरिया एवं सर्वाधिक अर्बन फुटप्रिंट।
    4.    संस्कृति और प्रकृति का संगम – दो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, एक टाइगर रिजर्व, और एक राष्ट्रीय उद्यान।

राज्यपाल महोदय ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए क्रेडाई की ओर से भेंट किए गए प्रमाणिक दस्तावेज़, ग्रंथ और किताबों का अवलोकन किया। उन्होंने अभियान के महत्व को समझते हुए सक्षम अधिकारियों को इस दिशा में क्रेडाई के प्रयासों को प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया। क्रेडाई के इस अभियान की अगली महत्वपूर्ण बैठक राज्यपाल के प्रमुख सचिव के.सी. गुप्ता के साथ संपन्न हुई, उन्होंने भी समर्थन का पूरा भरोसा दिलाया। क्रेडाई के प्रतिनिधिमंडल में शहर के प्रमुख डेवलपर्स सुनील गुप्ता, अजय मोहगांवकर, मनीष जैन और पूर्वी जैन शामिल रहे। इस भेंट के दौरान आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के संदर्भ में भोपाल की सकारात्मक और वैश्विक छवि को और सुदृढ़ करने के लिए विचार-विमर्श हुआ। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ग्लोबल समिट को संबोधित करेंगे, उन्हें राजधानी क्षेत्र की इन विशेषताओं से अवगत कराया गया है। क्रेडाई भोपाल ने इस अभियान को राज्य और देश के लिए गर्व का विषय बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।