मीडिया ऑडीटर  न्यूज़  सतना  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चैहान ने प्रदेशव्यापी अभियान विकास पर्व के तहत सोमवार को शाजापुर जिले के गुलाना से स्कूल चलें हम अभियान का प्रदेशव्यापी शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने 25 करोड़ रूपये की लागत से नव निर्मित सीएम राइज स्कूल के प्रदेश में पहले भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चैहान के गुलाना से स्कूल चलें हम अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम का सतना जिले के सभी विद्यालयों में सीधा प्रसारण देखा गया।

 


      जिला पंचायत की उपाध्यक्ष सुस्मिता सिंह और कलेक्टर अनुराग वर्मा शासकीय हाईस्कूल सिविल लाईन के स्कूल चलें हम अभियान के शुभारंभ कार्यक्रय में शामिल हुए। अतिथियों ने माॅं सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने इस मौके पर कहा कि राज्य शासन के महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्कूल चलें हम अभियान का उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहे। उन्होंने राज्य शासन की छात्रों के लिए संचालित योजनाओं और सुविधाओं की जानकारी में बताया कि बच्चों को स्कूल की पाठ्य पुस्तकें, ड्रेस, फीस, मध्यान्ह भोजन सहित सभी खर्चे शासन की ओर से वहन किये जा रहे है। वहीं उच्च शिक्षा अथवा व्यावसायिक शिक्षा के लिए पूरी फीस और अन्य सुविधायें भी शासन की ओर से प्रदाय की जा रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष सुस्मिता सिंह ने कहा कि स्कूल चलें हम अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चैहान का शिक्षा के क्षेत्र में समाज की सहभागिता का सबसे महत्वपूर्ण अभियान है। यह सभी का कर्तव्य है कि उनके आस-पास और जानकारी में कोई भी बच्चा स्कूल की शिक्षा से वंचित नहीं रहे। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित, पार्षद अमित अवस्थी शन्नू, प्राचार्य टीपी शुक्ला भी उपस्थित थे।

 


नन्हीं बच्चियों ने किया गुलदस्ते से स्वागत  स्कूल चलें अभियान में सिविल लाइन के हाईस्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे कलेक्टर अनुराग वर्मा का स्वागत बच्चियों ने खुद के बनाये हुए फूलों के गुलदस्तों से किया। कलेक्टर ने इस भावपूर्ण स्वागत पर विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों को दुलार करते हुए स्कूल चले अभियान की शुभकामनायें दी।

 


कलेक्टर ने ली बच्चों की क्लास  शासकीय हाईस्कूल सिविल लाइन सतना के स्कूल चलें हम अभियान के कार्यक्रम में पहुंचे कलेक्टर अनुराग वर्मा ने स्कूली बच्चों की क्लास ली। उन्होंने बच्चों को स्कूल चलें हम अभियान के महत्व की जानकारी देकर कहा कि अपने आस-पास के स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों की जानकारी मिले तो उसे अपने स्कूल के शिक्षकों को जरूर बताये। जिससे उन बच्चों के अभिभावकों को शिक्षकों द्वारा प्रेरित कर नियमित रूप से बच्चों को स्कूल लाया जा सके। कलेक्टर ने बच्चों को प्रतिदिन स्कूल आने और खूब मन लगाकर पढ़ने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जो चीज समझ में नहीं आये शिक्षकों से बार-बार पूछें ताकि कक्षा से निकलते समय टापिक का कोई प्रश्न मन में शेष नहीं रहै।