केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए भारत ब्रांड के तहत रियायती दर पर गेहूं के आटे और चावल की खुदरा बिक्री का दूसरा चरण मंगलवार को शुरू कर दिया है। हालांकि, पहले चरण की तुलना में दूसरे में खरीदारों को अधिक कीमत पर राशन मिलेगा।

इतने दामों पर बेचा जाएगा गेहूं-आटा

सहकारी समितियों भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड), केंद्रीय भंडार और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये राशन बेचा जाएगा। दूसरे चरण में गेहूं का आटा 30 रुपये प्रति किलोग्राम और चावल 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से पांच और 10 किलोग्राम के पैकेट में बेचा जाएगा। 

पहले चरण में ऐसे थे गेहूं-आटे के दाम

पहले चरण मे दरें क्रमशः 27.5 रुपये और 29 रुपये प्रति किलोग्राम थीं। दूसरे चरण में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से 3.69 लाख टन गेहूं और 2.91 लाख टन चावल आवंटित किया गया है। खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इन सहकारी समितियों की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, यह तब तक जारी रहेगा जब तक आवंटित भंडार समाप्त नहीं हो जाता। यदि और जरूरत होगी तो हमारे पास पर्याप्त भंडार है। पहले चरण में अक्तूबर, 2023 से 30 जून, 2024 तक 15.20 लाख टन गेहूं के आटे और 14.58 लाख टन चावल का वितरण किया गया था।

अक्तूबर 2023 में शुरू किया गया था पहला चरण

इस योजना का पहला चरण अक्तूबर 2023 में शुरू किया गया था। उस दौरान सरकार की ओर से किफायती दरों पर चावल और गेहूं के आटे के साथ-साथ चना दाल, मूंग दाल और साबुत मूंग की खुदरा बिक्री की गई थी। प्रथम चरण के तहत भारत ब्रांड के गेहूं के आटे का भाव 30 रुपये प्रति किलोग्राम (27.50 रुपये से ऊपर), चावल का 34 रुपये प्रति किलोग्राम (29 रुपये से ऊपर), चना दाल का 70 रुपये प्रति किलोग्राम (60 रुपये से ऊपर) हैं, जबकि मूंग दाल और साबुत मूंग का भाव क्रमशः 107 रुपये प्रति किलोग्राम और 93 रुपये प्रति किलोग्राम तय किया गया था।