पांच माह में बिना हेलमेट के 9127 मामलों पर चालानी कार्रवाई


भोपाल। सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौतें हेलमेट न पहनने वालों की हो रही हैं। इसके बावजूद राजधानी वासी दोपहिया वाहन चालक हेलमेट को लेकर गंभीर नहीं हैं। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो 2025 के पांच माह में सबसे ज्यादा चालानी कार्रवाई बिना हेलमेट के मामलों में हुई है। जनवरी से मई तक राजधानी पुलिस ने हेलमेट ने लगाने पर 9 हजार 127 चालानी कार्रवाई की। जबकि सीट बेल्ट न लगाने पर 3 हजार 771 चालानी कार्रवाई की गई। 113 चालानी कार्रवाई शराब पीकर वाहन चलाने और तेज रतार ड्राइविंग पर 185 चालानी कार्रवाई की गई। बता दें कि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की वजह से राजधानी में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। हेलमेट न पहनने, रेड लाइट जप करने, तेज रतार और मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने की वजह से 2024 में शहर में 235 मौतें हुईं। 70 प्रतिशत मामलों में ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं हुआ। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार 70 प्रतिशत दोपहिया वाहन चालक हेलमेट न पहनने और कार चालक सीट बेल्ट न लगाने की वजह से जान गंवाए। शराब पीकर वाहन चलाने और तेज रफ्तार ड्राइविंग की वजह से 30 प्रतिशत लोग दुर्घटना के शिकार हुए। शहर में इस साल अब तक 1257 छोटे-बड़े सडक हादसे हुए। जिनमें मरने वालों की संया 98 है। इनमें कोई तेज रफ्तार से वाहन चला रहा था तो कोई हेलमेट नहीं पहना था। तो कोई नशे में था। सड़क हादसों में नियमों का पालन न करना ही मौत की सबसे बड़ी वजह है।  सड़क हादसे के दौरान तेज रफ्तार कार टकराती है तो सीट बेल्ट कार से बाहर फेंके जाने से रोकती है। इसके अलावा कार के एयर बैग भी बिना सीट बेल्ट के बचाने में सक्षम नहीं होते। जबकि, दो पहिया वाहन से गिरने पर सबसे ज्यादा खतरा सिर में चोट लगने का होता है। हेलमेट इससे बचाता है।

 मई 2025 तक चालानी कार्रवाई

बिना हेलमेट: 9127
बिना सीट बेल्ट: 3771
नशे में : 113
तेज रफ्तार: 185
साल    मौत    चालानी कार्रवाई
2022    205    85933
2023    196    56828
2024    235    68365